ऑफिस वाली जिंदगी


ऑफिस के डेली रूटीन में बंध जाने पर आप बहुत देर तक एक ही मूड में नहीं रह सकते हैं। आप जैसे ही उदासी के भंवर में गोते लगाने उतरने को होते ही हैं कि ऑफिस जाने का वक्त हो जाता है। आप किसी बात पर बहुत खुश होते हैं लेकिन उस खुशी को संभालना पड़ता है, क्योंकि ऑफिस के लिए निकलना होता है। ऑफिस का भी एक अलग मूड होता है। क्योंकि आपको मालूम होता है कि ज्यादा खुशी या बहुत गम में आप काम नहीं कर सकते। ऑफिस आपको बैलेंस लाइफ जीना सिखा देता है। आप चाहकर भी भटक नहीं सकते। बहुत देर तक खुद को दुख नहीं रख सकते। बहुत खुशी को संभालना सीख जाते हैं, दुख से जल्द वापस लौटना सीख जाते हैं...

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